Bollywood News दैनिक जागरण से बातचीत में शीबा कहती हैं ‘लेखक अगर थोड़ा और जोखिम लेते हुए प्रयोगात्मक कहानियां लिखे थोड़ा और सीमाएं लांघें स्टीरियोटाइप्स को तोड़े तो और मजा आ जाएगा। अब मौके काफी हैं लोगों को कहानियां सुननी है। लोगों को अपने से जुड़ी हुई और दिलचस्प कहानियां चाहिए। वह कहती हैं मैं स्वयं को भाग्यशाली मानती हूं कि मुझे अपनी पसंद के काम का मौका मिला।
from Jagran Hindi News - entertainment:bollywood https://ift.tt/1EurNgO
No comments:
Post a Comment